आजकल की महिलाएं डायनमिक पर्सनालिटी वाली होती हैं। घर के कामकाज के साथ-साथ उन्हें जॉब और अपनी सोशल लाइफ पर भी फोकस करना पड़ता है। इन सब के साथ हेल्थ में होने वाले बदलाव जैसे मूड स्विंग, बॉडी क्रैंप्स, एनर्जी ड्रेन और सिरदर्द भी उन्हें झेलना पड़ता है। खासतौर पर उम्र के 30वें और 40 वें पड़ाव पर जिम्मेदारियों के बढ़ने और लाइफ में होने वाले बदलाव से मानसिक तनाव भी बढ़ जाता है। ऐसे में उनके लिए विटामिन बी 12, सी और डी के साथ आयरन और कैलशियम जैसे मिनरल्स भी बहुत जरूर हो जाते हैं। वैसे तो बाजार में इन सभी तत्वों से जुड़े सप्लीमेंट आते हैं मगर इन्हें फलों के माध्यम से नैचुरली भी लिया जा सकता है। अमेरिकन जनरल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में छपी एक स्टडी के आधार पर विटामिन सी का ज्यादा इनटेक और फैट एवं कार्ब्स का कम इनटेक स्किन एजिंग को कम करता है। इसके साथ ही इस उम्र में पनपने वाली बीमारियां जैसे डायबिटीज, ब्रेस्ट कैंसर, हार्ट रिलेटेड प्रॉब्लम्स और आंखों का कमजोर होना भी लाजमी हो जाता है। ऐसे में कुछ फल होते हैं जो आपको इन सभी परेशानियों से छुटकारा दिला देते हैं। अगर आप इनका नियमित सेवन करती हैं तो आपको सेहत से जुड़े कई लाभ होते हैं।
उम्र के इस पड़ाव में होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे गाउट और ऑर्थिराइटिस से बचना है तो ज्यादा से ज्यादा मात्रा में चेरी का सेवन करें। चेरी एंटीऑक्सीडेंट का रिच सोर्स होती है। इसका सेवन करने से शरीर को एनर्जी मिलती है। अगर आप हफ्ते में 3 से 4 बार 1 दर्जन चेरी खाती हैं तो इससे आपके शरीर में विटामिन की कमी पूरी होगी।
पपीते में सेहत को दुरुस्त रखने वाले एलीमेंट्स का भंडार होता है। पपीता विटामिन ए, सी, फॉलेट और विभिन्न पाइथोकैमिकल का भंडार होता है। इसमें पापाइन होता है। यह एक ऐसा कंपाउंड होता है जो त्वचा को भिन्न संक्रमणों से बचाता है। अगर किसी को डायबिटीज है तो नियमित पपीता खाने से वह कंट्रोल में रहती है। इसके साथ ही हार्ट डिसीज और ब्लॉटिंग जैसी परेशानियां भी नहीं होतीं।
अगर आप 228.3 ग्राम अमरूद रोज खाएंगी तो आपको 100 ग्राम विटामिन सी मिलेगा। यह आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसमें बहुत सारा पोटेशियम और फाइबर होता है, जो हार्ट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इन सबके अलावा अगर पीरियड्स के समय आपको ज्यादा दर्द होता है तो उसमें भी यह राहत देता है। आंखों की रौशनी, मेंटल हेल्थ, स्किन कॉम्प्लेक्शन और मेटाबॉलिजम को सुधारने में भी अमरूद काफी फायदेमंद है।
सेब के बारे में कहावत है, ‘एन एप्पल अ डे कीप्स डॉक्टर अवे’ और यह बात एक दम सच है। अगर आप रोज एक सेब खाती हैं तो आपको डॉक्टर के पास शायद ही कभी जाना पड़े क्योंकि सेब हर रोग की दवा है। अगर आप वेट लॉस करना चाहती हैं तो सेब से अच्छा विकल्प और कुछ नहीं हो सकता। सेब में फाइबर का भी भंडार होता है इसलिए इसका रोज सेवन करने से हार्ट से जुड़ी बीमारियां भी नहीं होती हैं।
उम्र के इस पड़ाव में होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे गाउट और ऑर्थिराइटिस से बचना है तो ज्यादा से ज्यादा मात्रा में चेरी का सेवन करें। चेरी एंटीऑक्सीडेंट का रिच सोर्स होती है। इसका सेवन करने से शरीर को एनर्जी मिलती है। अगर आप हफ्ते में 3 से 4 बार 1 दर्जन चेरी खाती हैं तो इससे आपके शरीर में विटामिन की कमी पूरी होगी।
पपीते में सेहत को दुरुस्त रखने वाले एलीमेंट्स का भंडार होता है। पपीता विटामिन ए, सी, फॉलेट और विभिन्न पाइथोकैमिकल का भंडार होता है। इसमें पापाइन होता है। यह एक ऐसा कंपाउंड होता है जो त्वचा को भिन्न संक्रमणों से बचाता है। अगर किसी को डायबिटीज है तो नियमित पपीता खाने से वह कंट्रोल में रहती है। इसके साथ ही हार्ट डिसीज और ब्लॉटिंग जैसी परेशानियां भी नहीं होतीं।
अगर आप 228.3 ग्राम अमरूद रोज खाएंगी तो आपको 100 ग्राम विटामिन सी मिलेगा। यह आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसमें बहुत सारा पोटेशियम और फाइबर होता है, जो हार्ट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इन सबके अलावा अगर पीरियड्स के समय आपको ज्यादा दर्द होता है तो उसमें भी यह राहत देता है। आंखों की रौशनी, मेंटल हेल्थ, स्किन कॉम्प्लेक्शन और मेटाबॉलिजम को सुधारने में भी अमरूद काफी फायदेमंद है।
सेब के बारे में कहावत है, ‘एन एप्पल अ डे कीप्स डॉक्टर अवे’ और यह बात एक दम सच है। अगर आप रोज एक सेब खाती हैं तो आपको डॉक्टर के पास शायद ही कभी जाना पड़े क्योंकि सेब हर रोग की दवा है। अगर आप वेट लॉस करना चाहती हैं तो सेब से अच्छा विकल्प और कुछ नहीं हो सकता। सेब में फाइबर का भी भंडार होता है इसलिए इसका रोज सेवन करने से हार्ट से जुड़ी बीमारियां भी नहीं होती हैं।
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